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अक्षय तृतीया 2025: तारीख, महत्व और पूजन विधि | Akshaya Tritiya 2025 Date and Time

शास्त्रों में अक्षय तृतीया का बड़ा महत्व बताया गया है, अप्रैल का महीना व्रत त्यौहारों की दृष्टि से बेहद खास होता है शास्त्रों में वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि बहुत ही शुभ मानी गई है क्योंकि यह अक्षय तृतीया का दिन होता है, यह एक ऐसी तिथि है जिसे बहुत ही सौभाग्यशाली माना जाता है

Akshaya Tritiya Date 2025 | Akshaya Tritiya 2025 Kab Hai | अक्षय तृतीया सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त
Akshaya Tritiya 2025 Kab Hai

अक्षय तृतीया को आखा तीज के नाम से भी जानते है, मान्यता है कि इस दिन किए हुए दान, स्नान, यज्ञ, जप आदि सभी कर्मों का फल  अनन्त और अक्षय होता है। इसीलिए इसे अक्षय तृतीया कहा गया आज के दिन भगवान विष्णु जी, माँ लक्ष्मी जी और कुबेर जी की पूजा बहुत ही लाभकारी होती है

अक्षय तृतीय को शास्त्रों में अक्षय पुण्य और धनदायक कहा गया है शास्त्रों में बताया गया है कि इस दिन व्यक्ति जो भी शुभ काम करता है उसका पुण्य कभी भी ख़त्म नहीं होता है उसी तरह इस दिन जो व्यक्ति देवी लक्ष्मी को प्रसन्न कर लेता है उसके घर में हमेशा देवी लक्ष्मी जी का वास बना रहता है। आज हम आपको अक्षय तृतीया का अर्थ, अक्षय तृतीया 2025 की तिथि, पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और इस दिन किन कार्यों को करने से बचना चाहिए इस बारे में बताएँगे। 

अक्षय तृतीया का अर्थ 

बैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया को अक्षय तृतीया आखा तीज के नाम से जाना जाता है। शास्त्रों के अनुसार यह पर्व सभी बड़े पर्वों में से एक है। अक्षय तृतीया का अर्थ है जिसका कभी क्षय ना हो। इसलिए ऐसी मान्यता है कि इस दिन किए हुए दान, स्नान, यज्ञ, जप आदि सभी कर्मो का फल अनन्त और अक्षय होता है। इस दिन माँ लक्ष्मी का पूजन और सोने-चांदी की खरीदारी करने की परंपरा है यह तिथि बहुत सौभाग्यशाली मानी जाती है। 

अक्षय तृतीया तिथि शुभ मुहूर्त 2025 (Akshaya Tritiya Tithi, Shubh Muhurt 2025)

  • साल 2025 में अक्षय तृतीया का पर्व 30 अप्रैल बुधवार के दिन मनाया जायेगा
  • अक्षय तृतीया पूजा का शुभ मुहूर्त होगा - 30 अप्रैल मंगलवार प्रातःकाल 5 बजकर 39 मिनट से दोपहर 12 बजकर 18 मिनट तक। 
  • पूजा की कुल अवधि होगी - 06 घन्टे 41 मिनट की।
  • तृतीया तिथि प्रारंभ होगा - 30 अप्रैल बुधवार प्रातःकाल 5 बजकर 18 मिनट पर। 
  • तृतीया तिथि समाप्त होगा - 1 मई प्रातःकाल 7 बजकर 32 मिनट पर। 
  • सोना खरीदने का शुभ समय होगा - 30 अप्रैल प्रातःकाल 5 बजकर 39 मिनट से 1 मई 5 बजकर 18 मिनट तक।
  • मुहूर्त की कुल अवधि - 23 घन्टे 42 मिनट की होगी।

अक्षय तृतीया कब है (Akshy Tritiya Kab Hai)

अक्षय तृतीया 2025 में 30 अप्रैल को मनाई जाएगी। यह तिथि हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को आती है और शुभ कार्यों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है।

Akshaya Tritiya Date 2025

अक्षय तृतीया 2025 में 30 अप्रैल, बुधवार को मनाई जाएगी। यह दिन शुभ कार्यों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।

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अक्षय तृतीया व्रत व पूजन विधि

पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु जी के छठे अवतार परशुराम जी का जन्म भी हुआ था जिस कारण आज के दिन भगवान विष्णु जी के साथ ही परशुराम जी की पूजा भी की जाती है अक्षय तृतीया के दिन प्रातः काल ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नानादि के बाद पीले वस्त्र धारण करें। 

इसके बाद घर के मंदिर में भगवान विष्णु जी के साथ लक्ष्मी जी और कुबेर जी की प्रतिमाओं को गंगाजल से शुद्ध कर पूजास्थल पर स्थापित करें। इसके बाद भगवान विष्णु जी को तुलसी व पीले फूलों की माला अर्पित करें। पूजा स्थल पर धुप, दिप जलाकर विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ कर आरती कर लें, पूजा में भगवान को नैवेद्य के रूप में आज जो, गेहूं, सत्तू, ककड़ी व चने की दाल चढ़ाना शुभ होता है।

अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने का महत्त्व (Akshaya Tritiya Benefits)


कहा जाता है कि वर्ष में साढ़े तीन अक्षय मुहूर्त होते है। जिसने प्रथव व विशेष स्थान अक्षय तृतीया को प्राप्त है। इसीलिए आज के दिन सभी शुभ कार्य जैसे गृह प्रवेश, पदभार ग्रहण करने, वाहन खरीदना, भूमि पूजन करना आदि शुभ कार्य करना अत्यंत लाभकारी एवं फलदायी होता है। इसके अलावा अक्षय तृतीया के दिन सोना खरीदना अत्यंत शुभ माना जाता है जिस तरह अक्षय का अर्थ है जिसका कभी क्षय ना हो उसी तरह यदि इस शुभ तिथि में जो भी ख़रीदा जाता है वो कभी ख़त्म या उसका कभी भी क्षय नहीं होता है।

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इन चीजों का करें दान

अक्षय तृतीया पर दान का खास महत्त्व है। शास्त्रों में इस दिन जल का कोई पात्र यानि बर्तन जैसे गिलास, लोटा, घड़े का दान करना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि गर्मी के मौसम में जल से जुडी शीतल चीजों का दान शुभ होता है। इस बार तृतीय शुक्रवर के शुभ योग में आयी है ऐसे में आज के दिन माँ लक्ष्मी जी के पूजन से घर में समृद्धि आता है। 

धन प्राप्ति उपाय

अक्षय तृतीया पर सोना अन्य धातु से बनी चीजों की खरीदारी बहुत ही प्राचीन और शुभ माना जाता है अगर आप खरीदारी के लिए घर से बहार नहीं जा सकते है तो धन लाभ के लिए ये उपाय कर सकते है_____

  • इस दिन महालक्ष्मी के मंत्रों और ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का 108 बार जाप करना शुभ होता है। 
  • इस दिन माता लक्ष्मी जी को चावलों की मीठी खीर का भोग लगाये। 
  • यदि आप पूजा में हल्दी की गांठ का प्रयोग कर इस हल्दी को अपने धन रखने के स्थान पर पीले कपड़े में लपेटकर रखते हैं तो आपको धन लाभ होता है। 
  • इस दिन घर पर रखी सोने की चीजों पर थोड़ी सी हल्दी और अक्षत डाल दें, इससे धन लाभ होता है। 


अक्षय तृतीया पर ना करें ये गलती 


किसी शुभ कार्य हम उसके सफल होने की उम्मीद से करते है मान्यता है कि शुभ कार्यों के लिए अक्षय तृतीया का दिन सबसे खास होता है। क्षेत्रों में इस दिन कुछ कार्यों को करना निषेध बताया गया है आइये जाने है वो कौन से काम है जिन्हे इस दिन करने से बचना चाहिए। 

  • तुलसी भगवान विष्णु जी को काफी प्रिय है मान्यता है कि इस दिन बिना स्नान किए तुलसी की पत्तियां नहीं तोड़ना चाहिए। 
  • अक्षय तृतीया पर माँ लक्ष्मी और भगवान विष्णु जी की पूजा के समय शुद्धता का खास ख्याल रखना चाहिए और स्वच्छ वस्त्र पहनकर ही पूजा करना चाहिए। 
  • अक्षय तृतीया के दिन नया घर खरीदना शुभ माना जाता है लेकिन मान्यताओं के अनुसार इस दिन घर के निर्माण कार्य से बचना चाहिए। 
  • माना जाता है कि इस दिन दान-पुण्य और धर्म-कर्म के कार्य कार्य करना शुभ होता है लेकिन आज के दिन दूसरे के अहित का विचार भी मन में नहीं लाना चाहिए। 

अक्षय तृतीया सर्वसिद्ध अबूझ मुहूर्त


शास्त्रों के अनुसार कोई भी मांगलिक कार्यों के लिए अक्षय तृतीया तिथि बहुत ही शुभ मानी जाती है। जहा मांगलिक कार्यों को करने के लिए शुभ घडी व मुहूर्त देखना पड़ता है वहीं अक्षय तृतीया एक ऐसी सर्वसिद्धि तिथि होती है जिसमें किसी भी मुहूर्त को देखने की जरूरत नहीं होती है इसीलिए इस तिथि को अबूझ मुहूर्तों में शामिल किया गया है। इस दिन सोना खरीदने की परंपरा भी बहुत ही प्राचीन है मान्यता है की आज के दिन सोना खरीदने से घर में सुख समृद्धि  आती है।

akshaya tritiya kya hota hai

अक्षय तृतीया हिंदू और जैन धर्म में एक महत्वपूर्ण पर्व है। इसे अखा तीज भी कहा जाता है। यह वैसाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। अक्षय का अर्थ होता है "अविनाशी" या "कभी समाप्त न होने वाला"। इस दिन किए गए दान, पूजा-पाठ, और शुभ कार्यों को अत्यंत फलदायक माना जाता है।

अक्षय तृतीया के महत्व:


1. धार्मिक मान्यता:

  • माना जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम का जन्म हुआ था।
  • महाभारत के अनुसार, इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने पांडवों को अक्षय पात्र प्रदान किया था।
  • जैन धर्म में यह भगवान ऋषभदेव के जीवन से भी जुड़ा हुआ है।

2. शुभ कार्यों के लिए उपयुक्त दिन:

  • इस दिन बिना पंचांग देखे विवाह, गृह प्रवेश, नया व्यापार, संपत्ति खरीदने जैसे कार्य शुभ माने जाते हैं।

3. दान का महत्व:

  • इस दिन जल से भरे घड़े, कपड़े, अनाज, सोना और गाय दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।

सांस्कृतिक महत्व:


अक्षय तृतीया पर लोग सोने-चांदी के आभूषण खरीदना शुभ मानते हैं क्योंकि इसे समृद्धि और सुख-शांति का प्रतीक माना जाता है।

अक्षय तृतीया पर घर लाये ये  चीजें माँ लक्ष्मी खुद आएगी आपके घर

अक्षय तृतीया के दिन माँ लक्ष्मी खुद ही अपना खजाना लुटाती है यदि आप इस दिन इस चीजो में से कुछ भी घर लेट है तो माँ लक्ष्मी स्वयं आपके घर पर वास करेंगी और घर में धन की बढ़ोत्तरी होती रहेगी।

चरण पादुका - 

चरण पादुका
चरण पादुका
अक्षय तृतीया के दिन माँ लक्ष्मी के चरण पादुका घर लाये चाहे तो सोने का या फिर चांदी का जैसा आपका बजट हो। लक्ष्मी जी के चरण पादुका घर में लाना बहुत ही शुभ होता है माँ लक्ष्मी के चरण पादुका में 24 चिन्ह बने होते है जैसे कमल, मछली, ॐ, ध्वज, स्वास्तिक, मंदिर इत्यादि यह चिन्ह अपने आप में ही सम्पूर्ण होता है। माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए यह चिन अप अपने मेन गेट, तिजोरी या फिर पूजा स्थल पर लगा सकते है बस ध्यान रखें कि यह चिन्ह घर के अंदर की ओर आते हुए ही लगाये लकी माँ लक्ष्मी आपके घर आ सके इस चिन्ह की पूजा करने से, दर्शन करने से हर प्रकार की समस्याओं से छुटकारा मिलता है और सदैव माँ लक्ष्मी की कृपा आप पर बरसती है।

कौड़ियां -

कौड़ियां
कौड़ियां
किसी ज़माने में कौड़ियों से चीजे खरीदी और बेची जाती थी और अब इसे कोई पूछता भी नहीं है लेकिन बहुत कम लोग जानते है इसमें देवी लक्ष्मी को आकर्षित करने की छमता होती है इनका प्रयोग तंत्र-मन्त्र में भी होता है। इसका कारण यह है की देवी लक्ष्मी के समान ही कौड़िया समुद्र से उत्पन्न हुई है। नियमित केशर और हल्दी से इसकी पूजा देवी लक्ष्मी के साथ करने से आर्थिक परेशानियों में लाभ मिलता है इसलिए अक्षय तृतीया के दिन कौड़ी को  घर अवश्य लायें इससे घर में धन का अभाव कभी भी नहीं रहेगा।

एकाक्षी नारियल -

एकाक्षी नारियल
एकाक्षी नारियल
प्रकृति में आम तौर पर तीन आँखों वाले नारियल मिलते है लेकिन हजारो में कभी-कभी ऐसा नारियल भी मिल जाता है जिसकी एक आँख होती है। ऐसे नारियल को एकाक्षी नारियल कहते है यह नारियल माँ लक्ष्मी का स्वरुप माना जाता है इस लिए अक्षय तृतीया के दिन एकाक्षी नारियल को घर लाना बेहद शुभ माना जाता है और अक्षय तृतीया के दिन इसे घर में पूजा स्थान पर स्थापित करनेसे देवी लक्ष्मी कृपा बरसती है। 

यदि आप धन की देवी को अपने घर में लाना चाहते है तो इसके लिए एक आसान तरीका यह भी है कि अक्षय तृतीया के दिन पारद की देवी लक्ष्मी घर लाए और नियमित इनकी पूजा करे शास्त्रों में बताया गया है की पारद की देवी लक्ष्मी की प्रतिमा जहा होती है वह कभी भी धन का आभाव नहीं रहता है इसी प्रकार पारद या स्फटिक का बना हुआ कछुआ भी बेहद शुभ होता है।जिसे आप अक्षय तृतीया के दिन आप अपने घर ला सकते है।

श्री यंत्र -

श्री यंत्र
श्री यंत्र
अक्षय तृतीया के दिन घर में श्री यंत्र की स्थापना भी धन की परेशानी दूर करने के लिए कारगर मानी गई है।

लक्ष्मी नारायण -

पारद के लक्ष्मी नारायण
पारद के लक्ष्मी नारायण
अक्षय तृतीया के दिन पारद के लक्ष्मी नारायण घर लाना बहुत शुभ होता है इस दिन इसकी स्थापना कर पूजा करने से  माँ लक्ष्मी और भगवान विष्णु की कृपा आप को मिलती है।

दक्षिणावर्ति शंख -  

dakshinavarti shankh
दक्षिणावर्ति शंख
लक्ष्मी के हाथ में स्थित दक्षिणावर्ति शंख भी धन दायक माना गया है इस लिए अक्षय तृतीया के दिन घर में दक्षिणवर्ति शंख लाना बेहद शुभ माना गया है।

श्वेतार्क गणपति - 

shwetark ganesh
श्वेतार्क गणपति
श्वेतार्क गणपति की स्थापना भी शुभ फलदाई होता है इस लिए आप अक्षय तृतीया के दिन श्वेतार्क गणपति की स्थापना भी कर सकते है।

अक्षय तृतीया क्यों मनाई जाती है

अक्षय तृतीया का पर्व हिंदू धर्म और जैन धर्म में विशेष रूप से पवित्र और शुभ माना जाता है। इसे समृद्धि, शुभता और अनंत सफलता का प्रतीक माना जाता है। अक्षय तृतीया के पीछे धार्मिक, पौराणिक और सांस्कृतिक महत्व जुड़ा हुआ है।

अक्षय तृतीया क्यों मनाई जाती है?


1. अक्षय का अर्थ:

"अक्षय" का अर्थ है "जिसका कभी नाश न हो।" इस दिन किए गए दान, पूजन, और अच्छे कार्यों का फल अक्षय (अनंत) होता है।

2. पौराणिक महत्व:

  • भगवान विष्णु से जुड़ा दिन:

इस दिन भगवान विष्णु के अवतार परशुराम का जन्म हुआ था, इसलिए इसे परशुराम जयंती भी कहते हैं।

  • महाभारत और अक्षय पात्र:

महाभारत के समय, इस दिन पांडवों को भगवान श्रीकृष्ण ने "अक्षय पात्र" दिया था, जिससे उनके पास कभी भी भोजन की कमी नहीं हुई।

  • गंगा अवतरण:

मान्यता है कि इसी दिन देवी गंगा धरती पर अवतरित हुई थीं।

  • त्रेतायुग की शुरुआत:

इस दिन त्रेतायुग का आरंभ हुआ था।

3. धार्मिक महत्व:

  • इस दिन कोई भी नया कार्य, जैसे—खरीदारी, विवाह, व्यवसाय शुरू करना, घर बनाना आदि बेहद शुभ माना जाता है।
  • सोना और चांदी खरीदना इस दिन समृद्धि का प्रतीक है।
  • दान और पुण्य कार्य करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।

4. जैन धर्म में महत्व:

  • जैन धर्म में अक्षय तृतीया के दिन भगवान आदिनाथ ने एक वर्ष की तपस्या के बाद इक्षु रस (गन्ने का रस) ग्रहण करके उपवास तोड़ा था। इसलिए जैन धर्म के लोग इसे व्रत और तपस्या के साथ मनाते हैं।

कैसे मनाई जाती है अक्षय तृतीया?

  • इस दिन लोग भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करते हैं।
  • सोने, चांदी, और अन्य कीमती वस्तुओं की खरीदारी शुभ मानी जाती है।
  • जरूरतमंदों को दान करने और नए कार्यों की शुरुआत करने का यह विशेष समय है।

अक्षय तृतीया हर व्यक्ति के लिए नई ऊर्जा और समृद्धि का संदेश लेकर आती है।

अक्षय तृतीया पर ना करे ये काम

बिना स्नान तुलसी के पत्ते न तोड़ें

शास्त्रों में तुलसी को बेहद खास और पूजनीय स्थापन प्राप्त है भगवान विष्णु जी को तुलसी बहुत ही अधिक प्रिय होती है इसलिए शास्त्रों में ये बात बताई गई है की अक्षय तृतीया के शुभ दिन पर बिना स्नान करें तुलसी के पत्ते भूल से भी नहीं तोड़ने चाहिए ऐसा करने से माँ लक्ष्मी और भगवान विष्णु जी रूष्ट हो सकते है इस दिन तुलसी तोड़ना अशुभ माना जाता है।

खाली हाथ घर में प्रवेश न करें

अक्षय तृतीया के दिन कुछ न कुछ खरीदने विशेषकर इस दिन सोना खरीदने की परंपरा है मान्यता है की आज के दिन सोना खरीदने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। माना जाता है की आज के दिन खरीदी जाने वाली वस्तु का कभी भी क्षय नहीं होता अर्थात वो कभी ख़त्म नहीं होती, इसके साथ ही इस दिन एक बात का विशेष रूप से ख्याल रखना चाहिए। की आज के दिन खरीदारी का बहुत अधिक महत्त्व होता है आज घर में खाली हाथ नहीं आना चाहिए अपनी जरुरत या क्षमता के अनुसार कुछ न कुछ सामान जरूर खरीद कर लाना चाहिए।

किसी का निरादर ना करें

आज का दिन बहुत ही शुभ माना जाता है कहा जाता है की आज किये दान, पुण्य का फल अक्षय और अनन्त होता है इसीलिए आज के दिन किये गए कार्यों का बहुत महत्त्व होता है कोशिश करे की अपने बड़ों का निरादर ना करें घर के बहार ए व्यक्यि को खाली हाथ वापस ना जाने दे जरुरी है की आप अपने सामर्थय के अनुसार आज कुछ न कुछ दान और बुजुर्गो का सम्मान करें

क्रोध न करें

अक्षय तृतीया का दिन शुभ कार्यों के लिए बेहद खास माना जाता है और किसी भी तरह के शुभ कार्यों को करने के लिए घर का वातावरण और मन का शांत होना बेहद जरुरी होता है इसलिए आज के दिन अपने मन में किसी भी दीसरे के लिए क्रोध का भाव ना रखे क्युकी माता लक्ष्मी और विष्णु जी ऐसे व्यक्तियों के पास बिलकुल नहीं ठहरती जिनके मन में बुरे भाव होती है

अस्वछता न रखें

अक्षय तृतीया पर माता लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने के लिए पूजा करने का विधान है  इसलिए आज के दिन विशेषकर पूजा करते समय स्वच्छ्ता एवं शुद्धता का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए अक्षय तृतीया से पहले ही पूजा स्थल की साफ-सफाई अवश्य करे पूजा स्थल के साथ साथ खुद की भी साफ-सफाई का विशेष रूप से ध्यान रखे और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।

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राजयोग में माँ लक्ष्मी को कैसे करें प्रसन्न

अक्षय तृतीया के दिन माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए घर के सभी स्वर्ण आभूषणों या कोरे सामान को कच्चे दूध और गंगा जल से स्वच्छ कर लें और उन्हें एक लाल कपड़े पर रखकर, कुंकु से उनका पूजन करें। पूजन करते समय उन पर लाल फूल चढ़ाये। इसके बाद महालक्ष्मी मन्त्र "ॐ ह्रीं श्रीं  कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद महालक्ष्म्यै नम:" मन्त्र की एक माला जाप करें। इसके बाद माँ लक्ष्मी की पूजा व आरती कर धुप, दिप करे पूजा के बाद शाम को इन आभूषणों को तिजोरी में रख दें। मान्यता है कि इस तरह की गयी पूजा से माँ लक्ष्मी प्रसन्न रहती है और व्यक्ति के घर में माता लक्ष्मी का स्थिर वास होता है।

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अक्षय तृतीया के दिन राशि अनुसार करें दान होगा लाभ 

अक्षय तृतीया के दिन स्नान और दान का बड़ा महत्त्व होता है ऐसे में हम सभी को जानने की प्रबल इच्छा रहती है की अपनी राशि के अनुसार हमें किस चीज का दान करना शुभ होगा। राशि के अनुसार कौन सी चीज आज के दिन दान करने से व्यक्ति को पुण्य की प्राप्ति होगी।

What Should Aries People Donate | मेष राशि वाले क्या करें दान

जिन जातकों की जन्म राशि मेष है उनके स्वामी ग्रह मंगल है ज्योतिष अनुसार इस राशि के व्यक्तियों को लाल कपड़े में सवा पाव या सवा किलो मसूर दाल बढाकर व्यवसायिक प्रतिष्ठान में रखना चाहिए और अक्षय तृतीया के दिन दाल का दान कारन उनके लाभप्रद व धन वृद्धि के योग बनाता है।

What Should People Donate for Taurus | वृषभ राशि वाले क्या करें दान

वृष राशि में जन्मे राशि व्यक्तियों के स्वामी शुक्र ग्रह है जो जातक को सुख प्रदान करने वाले है। इस राशि के व्यक्तियों को अक्षय तृतीया के शुभ दिन एक कलश में भरकर जरुरतमंद व्यक्ति को दान करना बहुत ही शुभ फल देने वाला माना जाता है।

What Should Gemini People Donate | मिथुन राशि वाले क्या करें दान

ज्योतिष अनुसार बुध की राशि मानी जाने वाली मुथुन राशि में जन्मे जातकों को अक्षय तृतीया अबूझ मुहूर्त में मूंग की दाल का दान करना विशेषरूप से लाभकारी होता  है। यदि आप अक्षय तृतीया के दिन कांसे के बर्तन में हरा कपड़ा लपेटकर पूजा स्थल में रखते है तो इससे आपके राशि के स्वामी की स्थिति मजबूत होती है जिससे सुख और धन प्राप्त होता है।

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What Should Cancer People Donate | कर्क राशि वाले क्या करें दान

कर्क राशि के स्वामी चन्द्रमा है चन्द्रमा की राशि कर्क में जन्मे व्यक्तियों को अक्षय तृतीया के दिन चांदी में मोती धारण करना चाहिए। ऐसा करने से मानसिक शांति प्राप्त होता है साथ ही आज के दिन आप चांदी का एक सिक्का जल में डालकर पूर्व डिश में रख दे तो इससे आपके आय में वृद्धि होता है।

What Should Leo People Donate | सिंह राशि वाले क्या करें दान

वे जातक जिनका जन्म सूर्य की राशि सिंह राशि में हुआ है अर्थात जिनका राशि सिंह है  उन्हें अक्षय तृतीया के दिन सुबह उगते हुए सूर्य को जल देने के बाद गुड़ का दान करना लाभकारी माना जाता है।

What Should Virgo People Donate | कन्या राशि वाले क्या करें दान

शास्त्रों के अनुसार कन्या राशि के जातकों को कपूर की बाती जलाकर अक्षय तृतीया के दिन पूरे घर में घूमना चाहिए और इसके बाद हरी चूड़ियाँ, श्रृंगार का सामान और हरी मूंग का दाल दान करना बहुत ही शुभ होगा।

What Should Libra People Donate | तुला राशि वाले क्या करें दान

तुला राशि वायु तत्व की राशि है इस राशि के स्वामी शुक्र है तुला राशि के व्यक्तियों को धन वृद्धि के लिए अक्षय तृतीया के दिन सफ़ेद चीजों जैसे वस्त्र, दूध, घी, चांदी का दान करना चाहिए इससे आपके सुख वैभव में वृद्धि होता है।

What Should Scorpio People Donate | वृश्चिक राशि वाले क्या करें दान

वृश्चिक राशि जलीय और स्थिर राशि है जिसके स्वामी मंगल है इस राशि के जातकों को आज के दिन मूँगा, गहि, ताम्र, समुर, गुड़  दान करने से लाभ होगा साथ ही इस दिन मूंगा धारण करना आपके स्वास्थ्य और धन वृद्धि के लिए अनुकूल रहेगा।

What Should Sagittarius people Donate | धनु राशि वाले क्या करें दान

धनु राशि के स्वामी देवगुरु बृहस्पति है आज के दिन भगवान विष्णु के विराट विग्रह के दर्शन करने से आपको अवश्य ही लाभ होगा। अक्षय तृतीया के दिन पीले कपड़े में हल्दी लपेटकर पूजा स्थान में रखकर किसी धार्मिक पुस्तक का दान करना आपके लिए बहुत ही शुभ होगा।

What Should Capricorn People Donate | मकर राशि वाले क्या करें दान

मकर पृथ्वी तत्व की राशि है और शनिदेव इसके स्वामी है अक्षय तृतीया के दिन आपको उड़द की दाल, तिल का दान कारन चाहिए इससे आपकी समृद्धि में वृद्धि होगी।

What Should Aquarius people Donate | कुम्भ राशि वाले क्या करें दान

कुंभ राशि वायु तत्व की राशि है  और इसके स्वामी शनिदेव है यदि आज आप किसी जरूरतमंद को आर्थिक रूप से कुछ न कुछ दान करते है तो इससे आपके भाग्य को बल मिलेगा और साथ ही तिल, लोहा, नारियल का दान भी आपके लिए अनुकूल रहेगा।

What Should Pisces People Donate | मीन राशि वाले क्या करें दान

मीन राशि जलतत्व की राशि है देवगुरु बृहस्पति इसके स्वामी है आज के दिन शिक्षा क्षेत्र से जुड़े कार्यों को आरम्भ करना आपके लिए लाभकारी होगा और साथ ही शिक्षण से जुड़ी सामग्री का दान करने से आपको लाभ होगा।

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