कारगिल विजय दिवस क्यों मनाया जाता है | kargil vijay diwas kab manaya jata hai

16 दिसंबर 1971 को पाकिस्तान से बांग्लादेश की आजादी के लिए युद्ध के दौरान पाकिस्तान पर अपनी सैन्य जीत दर्ज की गई। विजय दिवस पर भारतीय बहादुरों की वीरता और बलिदान को सलाम करना, जिन्होंने 1971 में बांग्लादेश के जन्म के समय पाकिस्तान पर भारत की जीत का नेतृत्व किया, जब 93K पाकिस्तानी सैनिकों ने सफेद झंडे उठाए और आत्मसमर्पण किया। यह भी पढ़ें: 👉 राष्ट्रीय युवा दिवस कारगिल विजय दिवस पाकिस्तान सशस्त्र बलों के 93,000 अधिकारियों और सैनिकों ने ढाका में अपने हथियार आत्मसमर्पण कर दिए। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सबसे बड़ा आत्मसमर्पण। 16 दिसंबर पाकिस्तान के इतिहास का वह दिन है। जब खून और आंसुओं के साथ एक कहानी लिखी गई थी और जब भी 16 दिसंबर की घटना का उल्लेख होता है तो दिल खून के आंसू बहाते हैं। वह त्रासदी जिसने आत्माओं को झकझोर दिया। जिस पीड़ा को हम भूल नहीं सकते। यह भी पढ़ें: 👉 गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है? 16 दिसंबर आत्माओं को चकनाचूर कर दिया। विजय दिवस Vijay Diwas पर, आज हम अपने सैनिकों और शहीदों को नमन करते हैं जिन्होंने भारत-...