राष्ट्रीय किसान दिवस 2025: किसानों की ज़िंदगी में बदलाव लाने के उपाय | Kisan Divas Kab Manaya Jata Hai

हर साल राष्ट्रीय किसान दिवस 23 दिसंबर को मनाया जाता है । त्याग और तपस्या का दूसरा नाम किसान है । यह जीवन भर मिट्टी से सोना उत्पन्न करने की तपस्या करता रहता है । तपती धुप, कड़ाके की ठण्ड तथा मूसलाधार बारिस भी उसकी इस साधना को तोड़ नहीं पाते । हमारे देश की लगभग सत्तर प्रतिशत आज भी गावों में निवास करती है । जिसका मुख्य व्यवसाय कृषि है । यह भी पढ़ें: 👉 राष्ट्रीय युवा दिवस किसान दिवस कब मनाया जाता है एक कहावत है कि भारत की आत्मा किसान है जो गावों में निवास करते है। किसान हमें खाद्यान देने के अलावा भारतीय संस्कृति और सभ्यता को भी सहेज कर रखे हुए है। यही कारण है कि शहरों की अपेक्षा गांवों में भारतीय संस्कृति और सभ्यता अधिक देखने को मिलती है। किसान की कृषि ही शक्ति है और यही उसकी भक्ति है। भारत का अधिकांश आय स्रोत कृषि है और कृषि का अभिन्न अंग है किसान। यह भी पढ़ें: 👉 गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है? किसान एक ऐसा मजदूर है जो मेहनत करके भी दुखी है, मजबूर है। आज भारत सबसे दयनीय हालत किसान की है। देश की आजादी के बाद से हर स्थिति में सुधार आया, लेकिन कि...