रविन्द्र नाथ टैगोर जयंती और पुण्यतिथि कब है 2025 | rabindranath tagore in hindi

मेरा घर सब जगह है, मैं इसे उत्सुकता से खोज रहा हूँ। मेरा देश भी सब जगह है, इसे मैं जीतने के लिए लड़ूंगा। प्रत्येक घर में मेरा निकटतम सम्बन्धी रहता है, मैं उसे रह स्थान पर तलाश करता हूँ। गुरुदेव रविन्द्र नाथ टैगोर रविंद्र नाथ टैगोर की पुण्यतिथि यह भी पढ़ें: परशुराम जयंती और पौराणिक कथा शायद यह एक खोज थी कि वह अक्सर टक के लिए अपनी खिड़की के माध्यम से प्रकृति को घूरता रहेगा। वह स्वयं प्रकृति से बात करने लगता था। ऐसा प्रतीत होता है जैसे एक खुला नीला आकाश, चहकते हुए पक्षी, हरियाली, ठंडी हवा और प्रकृति की हर चीज उन्हें अपने पास बुला रही है। रविंद्र नाथ टैगोर की जयंती वह कल्पना की मोहक दुनिया में खो जाता यह दुनिया उसे बहुत ही सुन्दर और मनोहारी लगता। यह उसका प्रकृति के प्रति आकर्षक और कल्पनाशीलता ही थी की मात्र आठ वर्ष की आयु में ही वह कविता रचने लगा। उस समय किसी ने सोचा भी नहीं था की वह बड़ा होकर यह बालक महान साहित्यकार, चित्रकार और विचारक रविन्द्र ना...