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मार्च 23, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

UP news COVID-19 Corona Virus कोरोना वायरस एलर्ट जन स्वास्थ हित में जारी

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Corona Virus - कोरोना वायरस एलर्ट जन स्वास्थ हित में जारी बचाव और उपचार: - अपने घर में कहीं भी आद्र वातावरण न होने दें। कपड़ें को तेज धूप में सुखाएं। नीबू के पतले टुकड़े गुनगुने पानी के साथ दिन भर पीते रहे ।  नीबू में उपस्थित विटामिन सी आपकी प्रतिरक्षा शक्ति बढ़ाता है। विटामिन सी घुलनशील होने की वजह से दिनभर इसका सेवन करना लाभदायक होगा। कच्चे सलाद जैसे - मूली, गाजर, टमाटर इत्यादि न खायें। जो भी खाए भरपूर पका कर खायें। फल सिर्फ वही खाये जिसके पुरे छिलके उतर जाते है। जैसे - केला, संतरा आदि। अपने हाथों को साबुन/एल्कोहलयुक्त सेनेटाइजर से लगातार धोते रहे। हाथ से चेहरे को न छुवे। जब ख़ासे या छीके पेपर नैपकिन का प्रयोग अवश्य करे। कार्यस्थल पर कार्य करने के दौरान जिन जगहों पर आपका हाथ ज्यादा जाता है, उन स्थानों को एल्कोहल स्वाव  से धोने का प्रयत्न करे।  अपने मोबाइल फोन की स्क्रीन यथासम्भव साफ रखे। पेट भरा रखें। भूखे न रहें। इस तरह के वाइरस/वैक्टीरिया भुखे रहने वाले व्यक्तियों पर ज्यादा तेजी से अपना दुष्प्रभाव डालते है। किसी ...

23 March 1931 Shahid Diwas

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23 March को शहिद दिवस क्यों मनाया जाता है वैसे तो सभी लोग जानते है 23 मार्च को शहीद दिवस मनाया जाता है  भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की याद में इस दिन इन तीन वीर सपूतों को फांसी हुई थी, 23 मार्च वर्ष 1931 में भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान क्रांतिकारी भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फांसी दी गई थी । इसे भी पढ़े शहीद दिवस कब मनाया जाता हैं वैसे तो इनको फांसी की सजा 24 मार्च को हुई थी जो जज था उन्होंने जो सजा सुनाई थी उसमे 24 मार्च को सुबह 8 बजे इनके फ़ासी का समय दिया था, लेकिन अंग्रेजो ने  डर के मारे जो क्रांतिकारी लोग थे वह इनके विरोध में इकठ्ठा हो रहे थे और उसके एक दिन पहले चुपके से 23 मार्च को ही शाम को इन तीन वीर सपूतों को फांसी दे दिया गया था ।  यह तीनो भारत माँ के वीर हसते-हसते फांसी के फंदे पर झूल गए थे । Bhagat Singh, Rajgur aur Sukhdev फाँसी क्यों हुई? 8 अप्रैल 1929 के दिन चंद्रशेखर आजाद के नेतृत्व में पब्लिक सेप्टी ट्रेड डिस्प्यूट बिल के विरोध में सेन्ट्रल असेम्बली में इन तीन विरो ने मिलकर बम फेक दिया था ।  उसमे खासकर भ...