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गुरु पूर्णिमा क्यों मनाई जाती है और गुरु पूर्णिमा कब है 2022 | Guru Purnima 2022 Date, Yog, Katha, Quotes in Hindi

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हर साल की आषाढ़ मास की  पूर्णिमा तिथि को गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है। संसार में गुरु ही हैं जो इस संसार रूपी भव सागर को पार करने में हमारी सहायता करते हैं हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाते है। इस दिन भगवान सत्यनारायण और की पूजा का विशेष महत्त्व है। पुरे भारत में गुरु पूर्णिमा का पर्व बड़ी श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। ज्योतिष और शास्त्रों के अनुसार गुरु से मंत्र प्राप्त करने के लिए यह दिन श्रेष्ठ माना जाता है।  इस दिन महर्षि वेद व्यास जी का जन्म हुआ था इसलिए गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। इस बार गुरु पूर्णिमा पर कई शुभ योग बनेंगे जिससे इसका महत्त्व और भी अधिक बढ़ जायेगा। आज हम आपको साल 2022 में गुरु पूर्णिमा कब है , गुरु पूर्णिमा की सही तिथि, पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, इसके महत्त्व, कथा, उपाय, शुभ योग, नियम और इस दिन किये जाने वाले उपायों के बारे में बताएँगे।  य ह भी पढ़ें: सावन माह 2022 कब से शुरू है और सावन सोमवार व्रत तिथि कब-कब पड़ रहा है | Sawan Somvar 2021 Date, Shubh Muhurt, Vrat Vidhi in Hindi   गु...

विश्व रक्तदान दिवस (World Blood Donor Day) क्यों और कब मनाया जाता है?

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दोस्तों आज विज्ञान बहुत सक्षम हो चूका है और अब तो लैबोरेटरी में तमाम तरह की दवाएं, वैक्सीन हुए एंटीबायोटिक भी तैयार किया जाता है लेकिन जिंदा रहने के लिए सबसे ज्यादा जरुरी खून (Blood) को अभी तक नहीं बनाया जा सकता है। ब्लड का कोई विकल्प नहीं है। खून की कमी को केवल डोनेशन के द्वारा ही पूरा किया जा सकता है। इसलिए रक्दान को महादान कहा जाता है।  य ह भी पढ़ें: 👉 अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत कैसे और कब हुई? विश्व रक्तदान दिवस कब मनाया जाता है? - World Blood Donor Day Kab Manaya Jata Hai? विश्व रक्तदान दिवस रक्त की कमी को पूरा करने और अधिक से अधिक रक्त दाताओं रक्त दान के लिए प्रोत्साहित करने हेतु पुरे विश्व में 14 जून को विश्व रक्दान दिवस मनाया जाता है। भारत में भी इसके लिए विभिन्न स्तर पर संबंद्ध विभागों द्वारा प्रचार-प्रसार और जागरूकता क्रायक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस अवसर पर अधिक से अधिक रक्दान करने के लिए रक्दाताओं को प्रेरित किया जाता है जिससे विभिन्न रोगों जैसे - एचआईवी, हैपेटाइटिस-बी, हैपेटाइटिस-सी, सिफलिस, दुर्घटना के करण होने वाली सर...

विश्व बाल श्रम निषेध दिवस (World Day Against Child Labour) कब और क्यों मनाया जाता है?

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पूरी दुनिया के लिए बाल श्रम एक चुनौती बनती जा रही है। विभिन्न देशों द्वारा बाल श्रम पर प्रतिबन्ध लगाने के लिए समय-समय पर विभिन्न प्रकार के कदम उठाये गए है। इन क्रम में दुनिया भर में बाल श्रम की क्रूरता को समाप्त करने के लिए हर साल 12 जून को विश्व बाल श्रम निषेध दिवस मनाया जाता है। बाल श्रम को काबू में लाने के लिए विभिन्न देशों द्वारा प्रयास किये जाने के बाद भी इस स्थिति में सुधार न होना चिंतनीय है।  सबसे बड़ा सवाल ये है की  World Day Against Child Labour  का उद्देश्य क्या है? ये क्यों मनाया जाता है? और जो बच्चे मजदूरी करते है उनका कारण क्या है? उनको रोका कैसे जा सकता है? उसके उपाय क्या है? आज आपको मेरे इस पोस्ट में इन सभी प्रकार के इस टॉपिक के बारे में बताएँगे । World Day Against Child Labour यह  भी पढ़ें: 👉 विश्व रक्तदान दिवस क्यों और कब मनाया जाता है विश्व बाल श्रम निषेध दिवस  कब और क्यों मनाया जाता है? ( World Day Against Child Labour) माना जाता है बच्चे भगवान के रूप होते है ऐसे में भारत ही नहीं पुरे विश्व भर में बच्चे बाल मजदूरी करते ...

परमपूज्य महंत Yogi Adityanath जी महाराज का संक्षिप्त परिचय

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योगीजी का जन्म देवाधिदेव भगवान् महादेव की उपत्यका में स्थित देव-भूमि उत्तराखण्ड में 5 जून सन् 1972 को हुआ। परम पूज्य महंत Yogi Adityanath जी महाराज  परमपूज्य महंत योगी आदित्यनाथ जी महाराज संक्षिप्त का परिचय जब पूर्वी उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण, नक्सली, जिहाद  और माओवादी, भ्रष्टाचार, हिंसा और अपराध की अराजकता से त्रस्त थे। उसी समय नाथपंथ के "विश्व प्रसिद्ध मठ श्री गोरक्षनाथ मंदिर गोरखपुर" के पावन परिसर में  गोरक्ष महायोगी गोरखनाथ जी की कृपा से " माघ शुक्ल ५ संवत २०५० तदनुसार, १५ फरवरी १ ९९ ४"  की शुभ तिथि को  गोरक्षपीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ जी महाराज ने अपने उत्तराधिकारी योगी आदित्यनाथ जी का दीक्षाभिषेक अपने हाथों से की। Yogi Adityanath Birthday - योगी आदित्यनाथ जी महाराज का जन्मदिवस  योगी आदित्यनाथ जी का जन्म 5 जून 1972 को देवाधिदेव भगवान महादेव की उपत्यका में स्थित देव भूमि उत्तराखंड में हुआ था। इनके पिता का नाम "आनन्द सिंह बिष्ट" है तथा इनकी मां का नाम "सावित्री देवी" है। शिव अंश की उपस्थिति ने योगीजी को एक छात्र के रूप मे...

हिन्दी पत्रकारिता दिवस (Hindi Patrakarita Diwas) 30 मई को क्यों मनाया जाता है

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हिन्दी पत्रकारिता दिवस 30 मई को क्यों मनाया जाता है? 30 मई के दिन हिंदी पत्रकारिता दिवस हम लोग मानते है और हिंदी पत्रकारिता का हमारे साहित्य में बहुत ही बड़ा योगदान है ।  हिंदी पत्रकारिता के इतिहास में आज का दिन सुनहरे अक्षरों में लिखा गया है। आज ही के दिन जुगल किशोर शुक्ल ने दुनिया का पहला हिंदी साप्ताहिक पत्र " उदंत  मार्तण्ड " का प्रकाशन कलकत्ता से शुरू किया था और इस दिन को पत्रकारिता दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। इस प्रकार भारत में हिंदी पत्रकारिता की आधारशिला पंडित जुगल किशोर शुक्ल ने डाला था। " उदंत  मार्तण्ड " का प्रकाशन 30 मई 1826 को कलकत्ता से एक साप्ताहिक पत्र के रूप में शुरू हुआ था।  यह भी पढ़ें: 👉  विश्व बाल श्रम निषेध दिवस कब और क्यों मनाया जाता है   Hindi Patrakariya Diwas भारत में हिंदी पत्रकारिता की शुरुआत कैसे हुई आपको याद होगा कि देश में ईस्ट इण्डिया कंपनी के अधिकारी अपनी मनमानी गैर जिम्मेदाराना करतुते कर रहे थे तभी उन्ही के बिच से एक विरोश का स्वर उठा यह 1780 का समय था जब एक अंग्रेज व्या...

शनि जयंती (Shani Jayanti 2021 ) कब है? जाने शुभ मुहूर्त, जन्मकथा और इस दिन किये जाने वाले महाउपायों के बारे में

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शनि जयंती ज्येष्ठ मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मनाया जाता है ।  शनि देव सूर्य के पुत्र है इन्हे न्याय और मृत्यु का देवता माना जाता है ।  इनका वर्ण काला है यही कारण है की इनको काला रंग बहुत ही पसंद है। इस दिन शनि देव की विशेष पूजा का विधान है विशेषकर शनि की साढ़े साती, शनि की अढैया आदि शनि दोष से पीड़ित जातकों के लिए इस दिन का बहुत ही महत्त्व माना गया है।  सूर्य देव और देवी छाया के पुत्र भगवान शनि के अवतरण दिवस के रूप में हम इस दिन को मनाते है, इस उत्सव को हम शनि जयंती भी कहते है । जन्म के समय से ही बड़े ही सुन्दर शनि देव श्याम वर्ण, लंबे शरीर, बड़े आँखों और बड़े केशो वाले है। भले ही मूर्ति बनकर बैठे है, पर मेरे साथ खड़े है, आये जब ही संकट मुझपर, मुझसे पहले मेरे शनि देव लड़े है और मौत का डर उनको लगता है, जिनके कर्मो में दाग होता है, हम तो शनि के गुरु भोलेनाथ के भक्त है, हमारे तो खून में ही आग है। शास्त्रों के अनुसार अमावस्या चन्द्रमास के कृष्ण पक्ष का अंतिम दिन माना जाता है इसके पश्चात् चंद्र दर्शन के साथ ही शुक्ल पक्ष का शुरुआत होता है। यह...

Cashbean App क्या है और Cashbean App से Instant Personal Loan कैसे लेते है।

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Cashbean App क्या है और Cashbean App से Instant Personal Loan कैसे लेते है। Cashbean App क्या है और Cashbean App से Instant Personal Loan कैसे लेते है। Cashbean App क्या है और Cashbean App से Instant Personal Loan कैसे लेते है नमस्कार दोस्तों आज मै फिर से हाजिर हु आपके लिए और एक नयी Post लेकर। अगर आपको भी Instant Personal Loan लेना है यह भी पढ़ें: गूगल क्या होता है? लेकिन कैसे लेते है पता नहीं है तो आज हम जानने वाले है की Cashbean App क्या है और Cashbean App से Instant Personal Loan कैसे लेते है। तो चलिए जानते है cashbean के बारे में। यह भी पढ़ें: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना 6000 मिलेंगे आपको Cashbean Kya hai ? Cashbean एक  RBI registered NBFC company है। जो लोगो को Short Term के लिए Loan देती है। वो भी Instant Cash Loan. Cashbean से आप  loan instantly le सकते है। ये App बहुत ही  Fast काम करती है। पूरी Process automated system पर होती है और आपका Loan 2hrs में Cashbean से आपको अदा किया जाता है। ये Loan एक Pow...