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UP news COVID-19 Corona Virus कोरोना वायरस एलर्ट जन स्वास्थ हित में जारी

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Corona Virus - कोरोना वायरस एलर्ट जन स्वास्थ हित में जारी बचाव और उपचार: - अपने घर में कहीं भी आद्र वातावरण न होने दें। कपड़ें को तेज धूप में सुखाएं। नीबू के पतले टुकड़े गुनगुने पानी के साथ दिन भर पीते रहे ।  नीबू में उपस्थित विटामिन सी आपकी प्रतिरक्षा शक्ति बढ़ाता है। विटामिन सी घुलनशील होने की वजह से दिनभर इसका सेवन करना लाभदायक होगा। कच्चे सलाद जैसे - मूली, गाजर, टमाटर इत्यादि न खायें। जो भी खाए भरपूर पका कर खायें। फल सिर्फ वही खाये जिसके पुरे छिलके उतर जाते है। जैसे - केला, संतरा आदि। अपने हाथों को साबुन/एल्कोहलयुक्त सेनेटाइजर से लगातार धोते रहे। हाथ से चेहरे को न छुवे। जब ख़ासे या छीके पेपर नैपकिन का प्रयोग अवश्य करे। कार्यस्थल पर कार्य करने के दौरान जिन जगहों पर आपका हाथ ज्यादा जाता है, उन स्थानों को एल्कोहल स्वाव  से धोने का प्रयत्न करे।  अपने मोबाइल फोन की स्क्रीन यथासम्भव साफ रखे। पेट भरा रखें। भूखे न रहें। इस तरह के वाइरस/वैक्टीरिया भुखे रहने वाले व्यक्तियों पर ज्यादा तेजी से अपना दुष्प्रभाव डालते है। किसी ...

23 March 1931 Shahid Diwas

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23 March को शहिद दिवस क्यों मनाया जाता है वैसे तो सभी लोग जानते है 23 मार्च को शहीद दिवस मनाया जाता है  भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की याद में इस दिन इन तीन वीर सपूतों को फांसी हुई थी, 23 मार्च वर्ष 1931 में भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान क्रांतिकारी भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फांसी दी गई थी । इसे भी पढ़े शहीद दिवस कब मनाया जाता हैं वैसे तो इनको फांसी की सजा 24 मार्च को हुई थी जो जज था उन्होंने जो सजा सुनाई थी उसमे 24 मार्च को सुबह 8 बजे इनके फ़ासी का समय दिया था, लेकिन अंग्रेजो ने  डर के मारे जो क्रांतिकारी लोग थे वह इनके विरोध में इकठ्ठा हो रहे थे और उसके एक दिन पहले चुपके से 23 मार्च को ही शाम को इन तीन वीर सपूतों को फांसी दे दिया गया था ।  यह तीनो भारत माँ के वीर हसते-हसते फांसी के फंदे पर झूल गए थे । Bhagat Singh, Rajgur aur Sukhdev फाँसी क्यों हुई? 8 अप्रैल 1929 के दिन चंद्रशेखर आजाद के नेतृत्व में पब्लिक सेप्टी ट्रेड डिस्प्यूट बिल के विरोध में सेन्ट्रल असेम्बली में इन तीन विरो ने मिलकर बम फेक दिया था ।  उसमे खासकर भ...

जन्मदिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाये

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लोग आपकी उपलब्धियों से ईर्ष्या करेंगे और आपकी विफलताओं पर खुश होंगे। लेकिन अंत में, लोगों को कोई आपत्ति नहीं है। आप और आपकी यात्रा जीवन में सब कुछ है।   जन्मदिन की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ। लाखों युवाओं के अंदर हिंदुत्व की ज्योति जलाने वाले हम सभी के आदर्श, मार्गदर्शक और अपने कार्यो से पुरे पूर्वांचल के अंदर एक अलग पहचान रखने वाले, सदैव दुःख-सुख में कंधे से कंधा मिला कर चलने वाले, अपने पद पर दिन-रात निरंतर निस्वार्थभाव से कार्य करते हुए एवं पूरे संगठन के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं को एकसाथ लेकर चलते हुए। पूर्वांचल के अंदर हिंदुत्व का परचम लहराने वाले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, गोपीठाधीश्वर एवं हिन्दू युवा वाहिनी के मुख्य संरक्षक योगी आदित्यनाथ महाराज जी के खासम-खास हिंदुत्व की अलख जगाने वाले   बड़े भैया अम्बरीष सिंह 'भोला' जी वाराणसी मंडल प्रभारी हिन्दू युवा वाहिनी एवं वी0दी0डी0 सदस्य उत्तर प्रदेश सरकार को जन्मदिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाये।

होली की कहानी । होलिका दहन | होली 2025 कब है | Story of Holi

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दोस्तों हम हर साल कई त्यौहार मनाते है पर कई बार हम इन त्यौहारों के पीछे की कहानियो को नहीं जानते ये नहीं जानते कि इसकी शुरुआत कहा से हुई थी, दोस्तों आज मै आपको होली 2025 कब है और होली की कहानी (Story of Holi)  के बारे में बताऊंगा। होली की कहानी  इस त्यौहार को ये नाम मिला होलिका से, हिरण्यकश्यप सैतानो का राजा हुआ करता था उसे लम्बी तपस्या के बाद ब्रह्मा से वरदान मिला हुआ था, जिससे ना तो उसको दिन में मारा जा सकता था ना रात में ना घर के अंदर मारा जा सकता था ना घर के बहार ना धरती पर ना ही आसमान में ना अस्त्र से ना शस्त्र  से, उसको मिला ये वरदान उसके सर पर हावी हो गया इसके बाद ओ धरती और दूसरे लोगों पर अटैक करने लगा, वह जहाँ जाता था सबसे कहता वो भगवानों की पूजा करना छोड़ थे और उसी को मानना शुरू कर दे ऐसा बहुत समय तक चलता रहा फिर उसको एक बेटा हुआ जिसका नाम रखा गया प्रहलाद। प्रहलाद शुरू से ही भगवान विष्णु को मानते थे और उन्हीं की पूजा किया करते थे जब बाहर के लोग हिरण्यकश्यप की पूजा करते उसका खुद का बेटा ही...

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (International Women's Day) कब मनाया जाता है?

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अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस International Women's Day हर साल 8 मार्च को मनाया जाता है ।  क्या आपको पता है ये दिवस क्यों मनाया जाता है?   इस दिन लोग  Womanhood  नारीत्व की बात करते है, नारीवाद के बारे में बात करते है,  Women  के रोल को बढ़ाने के लिए, उनकी  Life  को सुधारने के लिए बात की जाती है। यह Event तो स्टार्ट हुआ था एक राजनीतिज्ञ दौर से जब राजनीतिज्ञो ने अपनी आवाज तेज करी थी, बुलंद करी थी  Women  के  Struggle  संघर्ष को लेकर उनकी  Independence  स्वतंत्रता को लेकर  सबके हको के बारे में बात की थी जब समान अधिकार के बारे में बात की गई थी हर देश इस दिन को मनाता है। इस संस्कृति को, उनके प्यार को, उनके सम्मान को, उनके रोल की बात की जाती है हर किसी के जीवन में नारी जननी होती है, जन्म देती है वह दूसरी जीवन को तो नारी तो इस संसार की जननी है उसका रोल पीछे नहीं रखा जा सकता है।  यह भी पढ़ें: 👉  23 March 1931 Shahid Diwas अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस  अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च)...

CM Yogi Adityanath ने रच दिया इतिहास, टूटे गये सबके रिकॉर्ड

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UP के मुख्य्मंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के नाम एक और रिकार्ड कायम हुआ है UP में BJP अब-तक चार मुख्यमंत्री रहे है, जिनमें सबसे ज्यादा वक्त अपने पद पर बने रहने का रिकार्ड CM योगी के नाम दर्ज हो गया है। CM Yogi Adityanath ने रच दिया इतिहास, टूटे गये सबके रिकॉर्ड दरसल योगी सरकार 19 मार्च 2021 को अपने चार साल का कार्यकाल पूरा करने जा रही है,  BJP में अभी तक चार साल तक UP में कोई  CM  नहीं रह सका है लेकिन अब यह रिकॉर्ड योगी आदित्यनाथ ने तोडा है, राज्य में BJP के तरफ से कल्याण सिंह, रामप्रकाश गुप्ता और राजनाथ सिंह मुख्यमंत्री रह चुके है, इसके आलावा योगी आदित्यनाथ 19 मार्च 2017 को मुख्यमंत्री बने थे और अभी भी अपने पद पर कायम है,  बीजेपी के इन मुख्यमंत्रियों में योगी आदित्यनाथ पहले ऐसे व्यक्ति है जो चार साल का कार्यकाल पूरा करने जा रहे है। उत्तर प्रदेश में पहली बार बीजेपी की सरकार 1991 में बनी थी और मुख्यमंत्री का ताज कल्याण सिंह के सिर सजा था, कल्याण सिंह ने अयोध्या के लिए अपनी सत्ता की बलि...

महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2022) कब है? जाने महाशिवरात्रि 2022 शुभ मुहूर्त, शुभ योग, पूजा विधि, व्रत उपाय और व्रत के नियम के बारे में सम्पूर्ण जानकरी

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महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2022) कब है? महाशिवरात्रि शुभ मुहूर्त 2022 (Mahashivratri Shubh Muhurt) साल 2022 में महाशिवरात्रि का पर्व - 1 मार्च मंगलवार के दिन मनाया जायेगा। चतुर्दशी तिथि प्रारंभ होगा - 1 मार्च प्रातःकाल 3 बजकर 16 मिनट पर।  चतुर्दशी तिथि समाप्त होगा - 2 मार्च प्रातःकाल 1 बजे।  निशीथ पूजा काल का समय होगा - रात्रि 12 बजकर 8 मिनट से 12 बजकर 58 मिनट तक।  महाशिवरात्रि पारण का समय होगा - 2 मार्च सुबह 6 बजकर 45 मिनट पर। Isha Mahashivratri 2022 महाशिवरात्रि का यह पर्व मासिक रुप से भी मनाया जाता है प्रत्येक मास के कृष्ण पक्ष की  चतुर्दशी  तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाया जाता है परंतु फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की  चतुर्दशी  तिथि जब हम महाशिवरात्रि का त्यौहार मनाते है इस दिन पर अपने isha के मंत्रो को भी सिद्ध किया जाता है। यदि आपके जीवन में किसी भी तरह की परेशानी चल रही है तो आप भगवान भोलेनाथ से प्रार्थना करते हुए महामृत्युंजय मंत्र को सिद्ध कर सकते है या आप अपने इष्ट देवी-देवता के मंत्र को भी इसी दिन पूजा करते समय सिद्ध कर सक...