🙏भगवा जलाने का ख्वाब🙏🙏 देखने वालो सुनो भगवा🙏🙏 स्वयं अग्नि का प्रतीक है🙏
हिंदुत्व विचारधारा Hindutva Ideology
🔥भगवा की
उत्पत्ति ही अग्नि🔥 से हुई
है भगवा🔥 खुद में
ज्वाला🔥 है तुम
क्या जलाओगे🔥
जैसे हम सभी को पता है कि हिन्दू धर्म में सूर्य☀️ और अग्नि🔥
दोनों को पूजा🙏
जाता है। रौशनी🌄
और अग्नि 🔥बुराइयों
😈को दूर
करती है। केसरिया 🌻या पीला
रंग सूर्य🌅 और अग्नि
का प्रतिनिधित्व करता है। इसलिए भी हिन्दू धर्म में भगवा🔥 रंग बहुत
शुभ माना जाता है। ज्यादातर 🔥अच्छे
कार्यों में हिन्दू धर्म के लोग भगवा🔥 रंग को ही अधिक महत्व देते हैं।
कहा जाता है कि पुराने🔥 ज़माने में साधु🔥 संत जब मोक्ष की प्राप्ति
के लिए 🌈निकले थे
तब 🔥अपने साथ
अग्नि को लेकर भी टोकते थे। यह अग्नि का पवित्रता की निशानी बन जाता🔥 था। पर
हर समय अग्नि रखने कठिन था इसलिए अग्नि की जगह भगवा रंग के ध्वज को साधु संत के
साथ🔥 चलने
लगे। फिर धीरे धीरे साधू संत केसरिया🔥 या कहें भगवा🔥 रंग के वस्त्र भी पहनने लगे। और इसी प्रकार अब
भगवा🔥 रंग
हिंदुत्व को दर्शाता है।
सनातन धर्म Sanatan Dharm
सनातन🧡 धर्म में
केसरिया रंगों के वस्त्र🚩
हर वो साधु महात्मा धारण करते हैं🚩 जो इस 🚩संसार के
मोह माया को त्याग चुके हैं और 🚩सिर्फ
भगवान🚩 की खोज
में निकल पड़ते हैं। कहा जाता है कि भगवा रंगों के वस्त्र🚩 पहनने से
मनुष्य के अंदर के अशुद्ध🚩
और गन्दी 🚩चीज़े
दूर हो जाते हैं और चमड़ी 🚩को
नजरदीक नहीं आने वाले। इसी भगवा रंग को🚩 संयम और आत्मनियंत्रण का प्रतीक भी माना जाता है।
भगवा Bhagawa
इसी 🔥तरह केवल🔥 हिंदू
धर्म में☀️ ही नहीं बल्कि बौद्ध धर्म
और सिख 🔥धर्म में
भी केसरिया रंग को बहुत महत्व दिया🔥 गया है। बौद्ध धर्म में खुद भगवान 🔥बुध्द को
ज़्यादातर केसरी रंग के वस्त्र पहने 🔥दिखाया जाता है और सिक्ख धर्म में 🔥पवित्र
निशान 'निशान
साहिब' को भी
केसरी🔥 रंग में
लपेटा जाता है। इसके साथ सिख धर्म के दसवें और अंतिम गुरु गोबिंद सिंह द्वारा बनाए
गए पंज प्यारे भी केसरी रंग के 🔥वस्त्र
में ही रहते हैं।]
☀जय श्री राम☀
हर हर
महादेव
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2 टिप्पणियाँ
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जवाब देंहटाएंजय श्री राम
जवाब देंहटाएंजय श्री राम
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