भाद्रपद माह संकष्टी चतुर्थी 2021 शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, व्रत कथा एवं धन प्राप्ति के लिए करें ये उपाय

शास्त्रों के अनुसार जिस तरह सावन माह में आने वाले व्रत त्यौहारों का विशेष महत्त्व है ठीक उसी तरह भाद्रपद माह के व्रत त्यौहार भी बेहद खास माने गए है। इन्ही व्रत त्यौहारों में से एक है भाद्रपद माह में आने वाला संकष्टी चतुर्थी। पूर्णिमा के बाद आने वाली चतुर्थी तिथि को यह व्रत रखा जाता है। इस दिन बल, बुद्धि व विद्या के देवता श्री गणेश जी का पूजन किया जाता है। कहा जाता है कि संकष्टी चतुर्थी का यह व्रत सभी संकटों को हरने वाला होता है। आज इस लेख में हम आपको भाद्रपद माह में आने वाली संकष्टी चतुर्थी व्रत की शुभ तिथि, पूजा का मुहूर्त, पूजा विधि और इस दिन सुख-समृद्धि  धन प्राप्ति के लिए किये जाने वाले उपाय व कार्यो के बारे में बताएंगे।
भाद्रपद माह संकष्टी चतुर्थी 2021 शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, व्रत कथा एवं धन प्राप्ति के लिए करें ये उपाय
भाद्रपद मास संकष्टी चतुर्थी व्रत 

संकष्टी चतुर्थी शुभ मुहूर्त 2021 

  • साल 2021में संकष्टी चतुर्थी का व्रत - 25 अगस्त बुधवार के दिन रखा जायेगा।
  • संकष्टी चतुर्थी पूजा का शुभ मुहूर्त होगा - सांयकाल 06 बजकर 54 मिनट से सांयकाल 07 बजकर 21 मिनट तक।
  • पूजा की कुल अवधि - 27 मिनट का होगा।
  • चतुर्थी तिथि प्रारंभ होगा -25 अगस्त सांयकाल 4 बजकर18 मिनट पर।
  • चतुर्थी तिथि समाप्त होगा - 26 अगस्त सांयकाल 05 बजकर 13 मिनट पर।
  • संकष्टी के दिन चन्द्रोदय का समय होगा - रात्रि 08 बजकर 50 मिनट।

यह भी पढ़ें:  

संकष्टी चतुर्थी 2021 में (Sankashti Chaturthi) कब है? जाने शुभ मुहूर्त, तिथि, पूजा विधि एवं इसके महत्त्व में 

संकष्टी चतुर्थी व्रत पूजा विधि

पौराणिक कथाओं के अनुसार चतुर्थी के दिन गौरी पुत्र गणेश जी की पूजा की पूजा करने का विधान है इस दिन प्रातःकाल स्नान के बाद व्रत का संकल्प लेते हुए पूजा स्थल को गंगाजल से पवित्र कर ले और पूजा स्थल पर गणेश जी की प्रतिमा स्थापित कर कलश की स्थापना करें।

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ:।
निर्विघ्नं कुरुमे देव: सर्वकार्येषु सर्वदा॥
पूजा के शुभ मुहूर्त यानि शाम के समय भगवान गणेश जी की विधिवत पूजकर उन्हें कपूर, धुप, दिप, अक्षत और उनका प्रिय दूर्वा जरूर अर्पित करें और साथ ही उन्हें लड्डुओं और मोदक का भोग लगाकर आरती करलें रात्रि में चन्द्रोदय के बाद चन्द्रम को जल का अर्घ्य देकर व्रत संपन्न करें। इसके बाद ब्राह्मण के लिए दान दक्षिणा निकालकर व्रत खोलें और अगले दिन दान की सामग्री ब्राह्मण को दान कर दें।

संकष्टी चतुर्थी के दिन  करें ये उपाय

गणेश जी को सभी देवों में प्रथम पूज्य माना गया है इसीलिए किसी भी कार्य से पहले गणेश जी का पूजन किया जाता है कहते है की यदि उनकी आराधना के समय नियमों का सही ढंग से पालन कर छोटे-छोटे उपाय किये जाय तो व्यक्ति की बल, बुद्धि और विद्या का वरदान देने केसाथ ही उसके सभी संकटों को हर लेते है। आइये जानते है इस दिन कौन से काम और उपाय करने चाहिए___👇👇👇👇👇👇

  • संकष्टी चतुर्थी के दिन यदि आप व्रत कर गणेश जी को 21 लड्डुओं का भोग लगाते है तो इससे घर में सुख समृध्दि आता है
  • चतुर्थी के दिन गणेश जी के समक्ष घी का चौमुखी दीपक जलने से कार्यसिद्ध होता है
  • आज के दिन गणेश जी को पूजा में लाल सिन्दूर अर्पित करने से धन में वृद्धि होता है
  • इस बार भाद्रपद मास की संकष्टी चतुर्थी बुधवार के दिन है जो गणेश जी की आराधना का ही दिन है। इस दिन गणेश जी की पूजा के साथ माँ लक्ष्मी जी का पूजन करने से मनोकामना पूर्ण होती है। 
  • संकष्टी चतुर्थी के दिन गणेश जी की पूजा में उन्हें 21 दूर्वा उनके मस्तक पर चढ़ाये इससे मनोकामना पूर्ण होता है।

यह भी पढ़ें:  

सावन माह संकष्टी चतुर्थी शुभ मुहूर्त, व्रत पूजा विधि एवं उपाय | Sankashti Chaturthi Vrat 2021 Dates, Puja Vidhi, Upay in Hindi

दोस्तों आज की इस लेख में बस इतना ही था अगर आपको ये लेखt पसंद आई है तो हमें कमेंट करके बताएं कैसा लगा  और आप इसे अपने दोस्तों के साथ जरुर FACEBOOK और TWITTER पर Share कीजिये और ऐसे ही नई जानकारी पाने के लिए हमें SUBSCRIBE जरुर करे।

🙏 धन्यवाद 🙏

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

देवी पार्वती के 108 नाम और इनका अर्थ | Devi Parvati ke 108 Nam aur Inka Arth

विश्व ब्रेल दिवस कब मनाया जाता है | world braille day 2025 braille lipi in hindi

जाने कब से शुरू हो रहा है हिंदू नववर्ष विक्रम संवत 2082 | Hindu Nav Varsh 2025