क्या आप जानते है अंतर्राष्ट्रीय चुटकुला दिवस कब मनाया जाता है ? | International Joke Day 2022, Essay in Hindi

1 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय चुटकुला दिवस सारे विश्व में मनाया जाता है। केवल आज ही नहीं हंसी और ख़ुशी का बहाना ढूंढते रहिये। यूँ तो हसने के कई बहाने होते है लेकिन इनमे से सबसे आसन आसान तरीका है चुटकुला। जोक्स, चुटकले और व्यंग के छोटे पद अक्सर हमरी सही को बेझिझक बाहर निकालते हैं। दुनिया में हजारों किस्म के चुटकुले प्रचलित है। कुछ किसी प्रमुख व्यक्ति विशेष पर आधारित होते हैं तो कुछ किसी समुदाय विशेष पर। अक्सर चुटकुले हमारी हँसी की वजह बनते ही हैं। हंसी जीवन के लिए अहम् है और चुटकुले हँसी के लिए अहम्  है। 

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क्या  आप जानते है अंतर्राष्ट्रीय चुटकुला दिवस कब मनाया जाता है ? | International Joke Day 2022, Essay in Hindi
अंतर्राष्ट्रीय चुटकुला दिवस 

अंतर्राष्ट्रीय चुटकुला दिवस कब मनाया जाता है?

हंसी और चुटकुले के इसी सम्बन्ध को समझते हुए हर वर्ष 1 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय  चुटकुला दिवस मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय  चुटकुला दिवस को दुनिया में हंसी फैलाने के मकसद से मनाया होता है। इस दिन दुनिया में लोग अपने दोस्तों और करीबियों को चुटकुला बांटते है और खुशियाँ फैलाते हैं। हिंदी लोकप्रिय फिल्म जीने की राह की गीत की पक्तिया हमसे कुछ कहती है न - ज़माने वालों किताबे ग़म में ख़ुशी का धिकाना धुंधों, अगर जीना है तो हंसी का बहाना ढूंढो। 

महात्मा बुद्ध के कई शिष्य थे इनमें से एक थे जापान के होतेई। ऐसा माना जाता है जब होतेई ने ज्ञान की प्राप्ति की और तब वह जोर-जोर से हंसने लगे। तभी से उन्होंने अपने जीवन का एक मात्र उद्देश्य बांया जीवन की हसाना और खुश देखना। होतेई जहां भी जाते वहां के लोगों को हंसाते। इसी वजह से जापान और चीन में लोग उन्हें हँसता हुआ बुद्धा बुलाने लगे, जिसका अंग्रेजी में अर्थ है लाफिंग बुद्धा। बाकि बौद्ध गुरुओं कीतरह लाफिंग बुद्धा के भी अनुयायियों ने उनके एकमात्र उद्देश्य को देश-दुनिया में फैलाया। जिन में लाफिंग बुद्धा को धन-वैभव-सम्पन्नता, सफलता और सुख-शान्ति का देवता मानते है। बुद्ध के हँसते हुए चेहरे को खुशहाली और संपन्नता का द्वार समझा जाता है। 

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हंसने के फायदे 

विशेषज्ञों के अनुसार हसना जरुरी है साँस बहार की तरफ़ छोड़ते समय हा-हा कर हंसने से शरीर के कई महत्वपूर्ण हिस्सों में रक्त का संचार सुचारु रूप से होता है, जिससे ये अंग मजबूत होते है। साँस को बाहर की और निकालते हुए खुलकर हो-हो करते हुए हँसने से तंत्रिका तंत्र और पाचन तंत्र पर अच्छा प्रभाव पड़ता है और इसकी कार्य क्षमता बढ़ती है। हंसने से हम मन की शक्ति का अधिक से अधिक प्रयोग कर पाते है। 

  • हा-हा, हा-हा की आवाज करके जोर-जोर से हंसने से ब्लड सर्कुलेशन (Blood Circulation)बढ़ता है।
  • हंसना आपकी सेहत के लिए अच्छा होता है। रात में हास्य के साथ योग का अभ्यास करने से सभी चिंताएं दूर होती हैं और अच्छी नींद आती है।
  • हंसने से शरीर के अंदर सकारात्मक ऊर्जा का विकास होता है। 
  • हंसना भी एक योग है। 
  • हँसते वक्त हमारा दिमाग तनावमुक्त हो जाता है। 
  • हंसने से इधर-उधर भटक रहा मन स्थिर हो जाता है और ध्यान लगाना आसान हो जाता है।  
  • खूब हंसना, ध्यान योग का अभ्यास करने के लिए हास्य बहुत जरूरी है।
  • चार्ली चैप्लिन कहते थे जिंदगी में सबसे बेकार दिन वह है जिस दिन आप नहीं हंसे। 
  • हंसने से मानसिक तनाव कम होता है।
  • हसने से टी सेल्स की संख्या में वृद्धि होने से हृदय रोग की कम सम्भावना होती है। 
  • हंसने से अल्सर, स्ट्रोक, डायबिटीज आदि के प्रभाव में कमी आती है। 
  • हंसने से ब्लडप्रेशर में कमी आती है। 
  • उस दिन को बेकर समझो, जिस दिन आप हंसे नहीं। 
  • चेहरे की एक मुस्कान ही धरती पर एकता और शांति की शुरुआत है। 

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अंतर्राष्ट्रीय चुटकुला दिवस क्यों मनाया जाता है?

हंसने से सकारात्मक ऊर्जा का विस्तार सारी धरती पर होता है। हास्य फिल्मे तथा उनके हास्य भरे गाने भी व्यक्ति के जीवन में ख़ुशी लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। वर्तमान में सारा विश्व आतंवाद, रोगों, ग्लोबल वार्मिंग तथा घातक शस्त्रों की होड़ से पीड़ित है। हास्य एक सार्वभौमिक भाषा है। हंसी में जाति, धर्म, रंग, लिंग, देश की सीमाओं से परे रहकर मानव जाति को एकता रूपी धागे से जोड़ने की क्षमता है। 

हंसी से सारे विश्व को जोड़कर लोकतान्त्रिक और न्यायपूर्ण विश्व व्यवस्था का निर्माण कर सकते है। जीवन की हर परिस्थिति में हमारे चहरे पर हंसी तथा मस्तिष्क में शांति बना रहना चाहिए। युगानुकूल एक विचार में बहुत शक्ति होती है। हमे सकारात्मक और मानवीय विचार की शक्ति को पहचानना चाहिए। 21विन सदी में संसार के प्रत्येक व्यक्ति को मानव जाति को सेवा के विश्वव्यापी दृष्टिकोण को अपनाना चाहिए। हमारा पूरा विश्वास है की संसि अर्थात हैप्पी थॉट्स ही विश्व में वसुधैव कुटुंबकम की अवधारणा की साकार कर सकता है। 

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