हिंदी क्या है
मोहब्बत की जो भाषा है, हमें सिखाती है,
क्या है माँ की परिभाषा, हमे हिंदी बताती है।
सुबह माँ के भजन हो या रात को दादी की लोरिया,
हमरे ख्वाबो का बिस्तरा सदा हिंदी दिखाती है।
दिखावे में भले हम मोम-डैड कहते है,
मगर जब छोड लगाती है जुबान फिर माँ चिल्लाती है।
नकली पैर चलने का सहारा तो दे सकते है,
दौड़ने में रफ़्तार असली पैरों से ही आती है।
मोहब्बत की जो भाषा है हमे हिंदी सीखती है,
क्या है माँ की परिभाषा हमें हिंदी बताती है।
यह भी पढ़ें:
👉 Engineer's Day या अभियंता दिवस क्यों मनाया जाता है
वैसे तो सब जानते है की 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है मगर ये बहुत कम लोग जानते है की ऐसा क्यों है। हिंदी भाषा के बारे में आप लोग जरूर जानते है क्युकी अधिकतर लोगो की बात-चित हिंदी भाषा में होती है और इनकी मातृभाषा हिंदी है। भारत की मातृभाषा होने के बाद भी हिंदी का उपयोग बहुत कम है।
क्या आप जानते है दुनिया बाहर में करीब 54 करोड़ लोग हिंदी भाषी हैं। अंग्रेजी भाषा के बढ़ते चलन और हिंदी की अनदेखी को रोकने के लिए हर साल 14 सितंबर को देश भर में हिंदी दिवस मनाया जाता है। क्या आप लोग जानते है हिंदी दिवस क्यों मनाया जाता है? तो आइये जानते है क्यों मनाया जाता है हिंदी दिवस।
यह भी पढ़ें:
![]() |
हिंदी दिवस क्यों मनाया जाता है |
यह भी पढ़ें:
हिंदी दिवस कब मनाया जाता है (hindi divas kab manaya jata hai)
हिंदी भारत की राष्ट्रभाषा सन 1918 से है, जब महात्मा गांधी ने हिंदी सम्मलेन में चीनी भाषा को राष्ट्रभाषा बनाने का प्रस्ताव रखा था। इसी सम्मेलन में गांधी जी ने हिंदी को जनमानस की भाषा बुलाया था 14 सितमबर 1949 को संविधान सभा ने निर्णय लिया था की भारत की राष्ट्रभाषा हिंदी ही होगी। इस निर्णय को महत्त्व देने के लिए और हिंदी के उपयोग को प्रचलित करने के लिए साल 1953 के उपरांत हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है।
यह भी पढ़ें:
भारतीय संविधान के भाग 17 के अध्याय की धरा 343(1) में दर्शाया गया है कि संघ की राजभाषा हिंदी और लिपि देवनागरी होगी। संघ के सभी कार्यों के लिए प्रयोग किये जाने वाले अंक किन्तु अंतर्राष्ट्रीय होंगे क्यूंकि ये निर्णय 14 सितंबर को लिया गया था इसलिए इसी दिन को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है।
आज हिंदी दिवस के मायने अलग हो गए है, अंग्रेजी के बढ़ते प्रयोग की वजह से आज हिंदी भाषा का अस्तित्व खतरे में नजर आ रहा है। हिंदी दिवस को मनाने के पीछे आज प्रयोजन होता है कि हिंदी के प्रयोग के लिए जागरुकता बढ़ाई जाय और ज्यादा से ज्यादा लोगों तक इसका महत्त्व पहुँचाया जाय।
hindi divas kab hai
हिन्दी दिवस 14 सितम्बर को मनाया जाता है।
यह भी पढ़ें:
👉 International Women's Day History in Hindi
हिंदी दिवस क्यों मनाया जाता है (hindi diwas kyu manaya jata hai)
हिन्दी दिवस का महत्व:
1. संविधान में हिन्दी को राजभाषा का दर्जा:
2. भाषाई एकता:
3. भाषा संरक्षण:
क्यों मनाया जाता है हिंदी दिवस और इसका इतिहास क्या है?
हिंदी को सबसे पहले 14 सितंबर 1949 के दिन राज भाषा का दर्जा मिला था जिसके बाद हर साल इस दिन को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। देश जब साल 1947 में अंग्रेजों की हुकूमत से आजाद हुआ था तो देश के सामने भाषा को लेकर सबसे बड़ा एक सवाल खड़ा था। सवाल यह था की भारत की साष्ट्रभाषा कौन सी होगी ये सवाल बेहद अहम था इसलिए काफी विचार करने के बाद हिंदी और अंग्रेजी को एक नए राष्ट्र की भाषा के रूप में चुना गया।
यह भी पढ़ें:
संविधान सभा ने देवनागरी लिपि में लिखी हिंदी को राष्ट्र की आधिकारिक भाषा के तौर पर स्वीकार किया। हिंदी की ख़ास बात यह है कि इसमें जिस शब्द को जिस प्रकार से उच्चारित किया जाता है उसे लिपि में लिखा भी उसी प्रकार जाता है देश के 77% लोग हिंदी लिखते, पढ़ते, बोलते और समझते है हिंदी उनके काम-काज का भी हिस्सा है। देश के पहले प्रधान मंत्री जवाहर लाल नेहरू ने कहा था इस दिन के महत्व को देखते हुए हर साल 14 सितंबर हिंदी दिवस मनाया जायेगा।
यह भी पढ़ें:
👉 Labour Day in India | Majdoor Diwas Kab Manaya Jata Hai
पहला आधिकारिक हिंदी दिवस 14 सितंबर 1953 को मनाया गया। हालाँकि जब अंग्रेजी को आधिकारिक भाषा के तौर पर हटाने का वक्त आया तो देश के कुछ हिस्सों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। उसके बाद क्रेंद्र सरकार ने सविधान संशोधन करके अंग्रेजी को हिंदी के साथ भारत की आधिकारिक भाषा बनाये रखने का प्रस्ताव पारित किया। आधिकारिक भाषा के अलावा भारत के संविधान की आठवीं अनुसूची में 22 भाषाएं शामिल है।
यह भी पढ़ें:
👉 World Press Freedom Day 2020 | विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाया जाता है
हिंदी बोलने वालों की संख्या के अनुसार अंग्रेजी और चीनी भाषा के बाद पूरी दुनिया में हिंदी चौथी सबसे बड़ी भाषा है। लेकिन इसे अच्छी तरह से समझने, लिखने और पढ़ने वालों में यह संख्या बहुत ही कम है। दिन प्रतिदिन यह संख्या और भी कम होती जा रही है। हिंदी सप्ताह को राजभाषा सप्ताह के नाम से भी जाना जाता है, हिंदी दिवस 14 सितंबर से एक सप्ताह के लिए मनाया जाता है।
यह भी पढ़ें:
👉 Mothers Day क्यों मनाया जाता है
हिंदी दिवस कैसे मनाया जाता है
हिंदी दिवस के दौरान बहुत सारे हिंदी विद्यालयों, कालेजों, महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयो में कई कार्यक्रम होते है इस दिन छात्र-छात्रों को हिंदी के प्रति सम्मान और दैनिक व्यवहार में हिंदी का उपयोग करने आदि की शिक्षा दी जाती है। इस दिन हिंदी में निबंध, कविता, वार्तालाप, लेखन, कहानी हिंदी में भाषण जैसे कार्यक्रमों या प्रतियोगिताओं का आयोजन है। हिंदी दिवस पर हिंदी के प्रति लोगों को प्रेरित करने के लिए भाषा सम्मान की शुरुआत की गयी है।
यह भी पढ़ें:
👉 हिन्दी पत्रकारिता दिवस 30 मई को क्यों मनाया जाता है
यह सम्मान प्रतिवर्ष देश के ऐसे व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने जान-जन में हिंदी भाषा के प्रयोग एवं उत्थान के लिए विशेष योगदान दिया है। इसलिए सम्मान स्वरूप एक लाख एक हजार रूपये दिए जाते है। इस दिवस अवसर पर पुरष्कारों का वितरण भी किया जाता है। हिंदी दिवस का उत्सव राष्ट्रीय स्तर पर भी मनाया जाता है। जिसमे राष्ट्रपति उन लोगो को पुरस्कार देते है जिन्होंने हिंदी भाषा से सम्बंधित किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्ट हासिल की है।
यह भी पढ़ें:
👉 विश्व बाल श्रम निषेध दिवस कब और क्यों मनाया जाता है
हिंदी दिवस में हिंदी का क्या महत्त्व है
हिंदी एक बहुत ही सरल भाषा है देवनागरी में लिखी जाने वाली यह भाषा अपने आप में काफ़ी समृद्ध है। इसके विकास के लिए कई कवियों लेखकों ने अपनी-अपनी रचनाओं से इसे समृद्ध किया है इन कवियों में रामधारी सिंह दिनकर, मैथिलीशरण गुप्त, महादेवी वर्मा, सुभद्रा कुमारी चौहान, निराला इत्यादि बेहद प्रमुख है वर्तनाम समय में भी बहुत कवी इसे अपनी रचनाओं से समृद्ध कर रहे है।
यह भी पढ़ें:
👉 विश्व रक्तदान दिवस क्यों और कब मनाया जाता है
हिंदी दिवस हमें हमारी असली पहचान की याद दिलाता है। हिंदी का हमारे देश में महत्त्व बहुत ही अधिक है भारत में हिंदी दरअसल एकता का प्रतिक है अंग्रेजो से स्वतंत्रता की लड़ाई के समय भी लोगो को एकजुट होने में हिंदी ने अपना बहुत बड़ा योगदान दिया इस समय पुरे भारत में हिंदी बोला जाता था। भारत के स्वतंत्रता के बाद इस भाषा के विकास के लिए कई विद्वानों ने बहुत कार्य किये।
यह भी पढ़ें:
👉 अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत कैसे और कब हुई?
पढ़े-लिखे लोग जो बड़ी-बड़ी कंपनी में नौकरी कर रहे है उन्हें आज के समय में हिंदी का कोई भविष्य दिखाई नहीं देता उनका मानना भी सही है क्योंकि वे अपने आस-पास के दायरे में रहकर सोच रहे है उन्हें एक सफल भविष्य जिने नौकरी, पैसा ऐशो आराम में उसके लिए हिंदी का होना जरुरी नहीं लगता पर वही व्यक्ति जब खड़े होकर देश के भीतर झांकता है तो उसे लोगो के मध्य एक बड़ा मतभेद दिखाई देता है और यह मतभेदी इन पढ़े-लिखे लोगो को ही अकेला कर रहा है।
यह भी पढ़ें:
👉 स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को ही क्यों मनाया जाता है
क्युकी देश में आज भी हिंदी भाषी ज्यादा है माना की ये हिंदी भाषी तकनीकी ज्ञान से दूर है पर आज भी तकनीकी एकता से ज्यादा मानवी एकता महत्त्व रखती है। मानवी एकता तभी आएगा जब सबमें समानता होगा और मतभेद कम होगा क्यों हमारा देश इंग्लिश बोलने वालों से ज्यादा प्रभावित है हिंदी भारत की मूल भाषा है परन्तु जिस तरह देश में भिन्न-भिन्न तरह के लोग है उस तरह कई भाषा एवं बोलिया भी यहाँ बोली जाती है।
हिंदी दिवस कब मनाया जाता है और क्यों
हिन्दी दिवस हर साल 14 सितम्बर को मनाया जाता है। इसे मनाने का उद्देश्य हिन्दी भाषा को सम्मान देना, उसके प्रचार-प्रसार को बढ़ावा देना और लोगों को हिन्दी के महत्व के प्रति जागरूक करना है।
हिन्दी दिवस मनाने का कारण:
- 14 सितम्बर 1949 को संविधान सभा ने हिन्दी को भारत की राजभाषा के रूप में स्वीकार किया था।
- हिन्दी के महत्व को उजागर करने और इसे राष्ट्रीय स्तर पर प्रोत्साहित करने के लिए इस दिन को मनाने की परंपरा शुरू हुई।
इस दिन स्कूल, कॉलेज, और सरकारी संस्थानों में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिनमें निबंध लेखन, भाषण, कवि सम्मेलन आदि शामिल होते हैं।
हिंदी दिवस क्यों मनाया जाता है निबंध
हिंदी दिवस पर निबंध
परिचय:
हिंदी दिवस भारत में हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है। यह दिन देश की राजभाषा हिंदी को सम्मान देने और इसके प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से मनाया जाता है। हिंदी हमारी सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है और भारत की पहचान को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
हिंदी को राजभाषा का दर्जा:
14 सितंबर 1949 को भारतीय संविधान सभा ने हिंदी को देवनागरी लिपि में भारत की राजभाषा के रूप में अपनाया। इसे आधिकारिक रूप से संवैधानिक दर्जा मिलने के बाद, हिंदी के महत्व को बढ़ावा देने और इसकी उपयोगिता को व्यापक बनाने के लिए 1953 से हर साल हिंदी दिवस मनाने की परंपरा शुरू हुई।
हिंदी का महत्व:
- सांस्कृतिक एकता: हिंदी भाषा विभिन्न भारतीय राज्यों को सांस्कृतिक रूप से जोड़ने का काम करती है।
- आधिकारिक भाषा: सरकारी दस्तावेज़ों, कार्यालयों और संसदीय कार्यों में हिंदी का उपयोग किया जाता है।
- संचार का माध्यम: हिंदी भारत के बड़े हिस्से में एक आम संवाद का माध्यम है।
समस्याएँ और चुनौतियाँ:
भले ही हिंदी को राजभाषा का दर्जा प्राप्त है, लेकिन तकनीकी प्रगति और अंग्रेज़ी के बढ़ते प्रभाव के कारण हिंदी के उपयोग में कमी देखी जा रही है। इसके अलावा, शहरी क्षेत्रों में हिंदी की तुलना में अंग्रेज़ी को प्राथमिकता दी जा रही है।
उपसंहार:
हिंदी दिवस हमें अपनी भाषा के महत्व को समझने और उसे संरक्षित करने की प्रेरणा देता है। हमें यह प्रयास करना चाहिए कि हिंदी का प्रयोग न केवल सरकारी कार्यों में बल्कि दैनिक जीवन में भी बढ़े। हिंदी के प्रति प्रेम और सम्मान ही हमारी संस्कृति और विरासत की पहचान को जीवित रख सकता है।
हिंदी दिवस किसकी याद में मनाया जाता है
हिंदी दिवस हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है। यह दिन 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा द्वारा हिंदी को भारत की आधिकारिक राजभाषा के रूप में अपनाए जाने की याद में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य हिंदी भाषा के महत्व को बढ़ावा देना और उसके प्रचार-प्रसार को प्रोत्साहित करना है।
पहली बार हिंदी दिवस कब मनाया गया
पहली बार हिंदी दिवस 14 सितंबर 1953 को मनाया गया था। यह दिन 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा द्वारा हिंदी को भारत की राजभाषा के रूप में अपनाने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इस निर्णय के पीछे हिंदी को एकता की भाषा बनाने और भारतीय भाषाओं के महत्व को बढ़ावा देने का उद्देश्य था।
हिंदी दिवस का इतिहास
हिंदी दिवस का इतिहास:
हिंदी दिवस हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार और इसके महत्व को बढ़ावा देना है।
इतिहास:
- 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने हिंदी को भारत की राजभाषा के रूप में स्वीकार किया।
- यह दिन राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा के प्रयासों के फलस्वरूप हिंदी को सम्मान देने के लिए चुना गया।
- पहली बार हिंदी दिवस 1953 में मनाया गया था।
महत्व:
- हिंदी भारतीय संस्कृति और एकता का प्रतीक है।
- भारत में हिंदी को बोलने और समझने वालों की संख्या सबसे अधिक है।
- इसे मनाने का उद्देश्य युवाओं को हिंदी के प्रति जागरूक करना और अन्य भाषाओं के साथ इसका संतुलित विकास सुनिश्चित करना है।
आयोजन:
हिंदी दिवस के अवसर पर पूरे देश में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन होता है जैसे:
- निबंध लेखन
- कवि सम्मेलन
- वाद-विवाद प्रतियोगिता
- साहित्यिक संगोष्ठी और सम्मान समारोह
यह दिन हमें हमारी मातृभाषा के महत्व की याद दिलाता है और इसे जीवंत बनाए रखने की प्रेरणा देता है।
दोस्तों आज की इस लेख में बस इतना ही था अगर आपको ये लेख पसंद आई है तो हमें कमेंट करके बताएं कैसा लगा और आप इसे अपने दोस्तों के साथ जरुर FACEBOOK और TWITTER पर Share कीजिये और ऐसे ही नई जानकारी पाने के लिए हमें SUBSCRIBE जरुर करे।
🙏 धन्यवाद 🙏
2 टिप्पणियाँ
मैं निश्चित रूप से आपकी साइट को बुकमार्क करूंगा।
जवाब देंहटाएंThis blog really usefull for everyone and read full Essay on Hindi Diwas in Hindi 2021
जवाब देंहटाएंजय श्री राम
सभी हिन्दू भाइयो का हमारे ब्लॉग राहुल गुप्ता कट्टर हिन्दू में स्वागत है हमसे जुड़ने के लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद आप अपनी प्रतिक्रिया हमें कमेंट के माध्यम से अवश्य दे जिससे हम अपने ब्लॉग के अंदर और बहुत सारी जानकारी आपको प्रदान कर सके|