भारत का सबसे बड़ा सार्वजनिक बैंक है जिसे हम लोग भारतीय स्टेट बैंक या स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के नाम से जानते है। इसे पहले इंपीरियल बैंक बैंक ऑफ़ इंडिया के नाम से भी जाना जाता था। भारतीय स्टेट बैंक देश का सबसे बड़ा और विश्वसनीय बैंक है। ये जितना बड़ा है, इसका इतिहास उतना ही पुराना है। पिछले 213 सालों में ये बैंक लोगों की सेवा कर रह है।
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आज भारतीय स्टेट बैंक का स्थापना दिवस है। आज के ही दिन यानि 1 जुलाई 1955 को में इम्पीरियल बैंक का नाम बदलकर भारतीय स्टेट बैंक रखा गया था। जब कभी भारतीय स्टेट बैंक की बात आती है तो सबसे पहले मन में एक विश्वसनीयता की झलक दिखने लगती है। भारतीय स्टेट बैंक में लोग पूरे भरोसे के साथ पैसा जमा करते हैं। आपको बता दे कि भारतीय स्टेट बैंक खुद जितना बड़ा है, उतना ही बड़ा इसका इतहास भी है। आपको जानकर हैरानी होगी कि यह बैंक 213 साल पुराना है। भारतीय स्टेट बैंक का स्थापना दिवस प्रत्येक वर्ष 1 जुलाई को मनाया जाता है।
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कैसे बना भारतीय स्टेट बैंक
- 2 जून 1806 को बैंक ऑफ कलकत्ता (Bank of Calcutta) का नाम बदलकर बैंक ऑफ बंगाल (Bank of Bengal) कर दिया गया।
- बाद में बैंक ऑफ़ मद्रास (1843) (Bank of Madras) और बैंक ऑफ़ बॉम्बे (1840) (Bank of Bombay) बने.
- 27 जनवरी 1921 को तीनों बैंकों यानि बैंक ऑफ कोलकाता, बैंक ऑफ बंगाल, बैंक ऑफ़ मद्रास को मिलाकर इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया बनाया गया।
- इम्पीरियल बैंक ऑफ़ इंडिया जो बना उसको 1 जुलाई 1955 में एक एक्ट पास हुआ पार्लियामेंट्री में उसके तहत उसका नाम भारतीय स्टेट बैंक रखा गया। यानि 1 जुलाई 1955 में इसकी स्थापना हुई।
- 1955 में जब ये स्थापना हुई इस बैंक की तो सारा का सारा Stake रिजर्व बैंक के पास था लेकिन सन 2008 में इस बैंक को केंद्र सरकार ने अपने पास रख लिया।
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कब हुई इस बैंक की स्थापना
इस बैंक की स्थापना 2 जून 1806 को बैंक ऑफ कोलकाता के रूप में हुई थी, जो बाद में 2 जनवरी 1809 को बैंक ऑफ बंगाल बन गया। 1921 में, बैंक ऑफ मुंबई और बैंक ऑफ मद्रास का बैंक ऑफ बंगाल में विलय हो गया, जिससे इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया का गठन हुआ।
तीन बैंकों के वियल से बना एक बैंक
बैंक ऑफ बंगाल, बैंक ऑफ बॉम्बे और बैंक ऑफ मद्रास तीनों बैंकों के पास निजी क्षेत्र में पूंजी थी, लेकिन उन्हें ईस्ट इंडिया कंपनी के लिए खोल दिया गया था। ये तीनों बैंक आधुनिक भारत के प्रमुख बैंक तक बन रहे टन तक की इनका विलय इंपिरियल बैंक ऑफ़ इंडिया में नहीं हो गया। पहले, निजी शेयरधारिता के तहत यूरोपीय लोगों की इसमें अधिक हिस्सेदारी थी, लेकिन बाद में 1823 में, तीनों बैंकों को सरकार द्वारा नियंत्रित किया गया।
यूँ हुई बैंक ऑफ़ इम्पीरियल की स्थापना
27 जनवरी 1921 को बैंक ऑफ बंगाल, बैंक ऑफ बॉम्बे और बैंक ऑफ मद्रास का विलय कर यानि मिला करके इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया बनाया गया।
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आजाद भारत में फिर बदला स्वरूप
आजाद भारत में 1955 में इम्पीरियल बैंक को भारत के पार्लियामेंट्री एक्ट के तहत अधिग्रहित किया गया, जिसके बाद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया एक्ट 1955 आया। 30 अप्रैल 1955 को इम्पीरियल बैंक का नाम बदलकर भारतीय स्टेट बैंक या स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया रख दिया गया। इसके बाद 1 जुलाई को एसबीआई (SBI) की स्थापना हुई।
भारतीय स्टेट बैंक से सम्बंधित कुछ महत्व पूर्ण तथ्य
- जब भारतीय स्टेट बैंक की स्थापना हुई थी, तब देश भर में उसके केवल 480 कार्यालय थे।
- जिनमे शाखाएं, उप शाखाएं व् तिन स्थानीय मुख्यालय शामिल थे।
- वर्तमान में लभगभग इसकी 24000 शाखाएँ हैं।
- भारतीय स्टेट बैंक के आज विश्व भर में लगभग 58456 एटीएम है।
- वर्तमान में भारतीय स्टेट बैंक के 42 करों उपभोक्ता हैं।
- इसका मुख्यालय मुंबई में है और इसके Chairman Shri Dinesh Kumar Khara हैं।
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